सीतापुर (सुल्तान संवाददाता) बाराबंकी के बड्डूपुर थाना क्षेत्र में स्थित टडवा गदमानपुर में शारदा नहर से एक युवक का शव बरामद हुआ था। जिसकी पहचान सीतापुर के थाना मानपुर के नसीरपुर देवकालिया गाँव निवासी सोनेलाल वर्मा ने अपने 35 वर्षीय भाई संजय वर्मा के रूप में की थी। संजय वर्मा की गला रेत कर हत्या की गयी थी। बड्डूपुर पुलिस ने मामले की जाँच शुरू की। शुरुआती जाँच में परिजनों द्वारा हत्या कराये जाने का शक हुआ था। बड्डूपुर पुलिस को एक कॉल रिकॉर्डिंग के साथ कुछ तुख्ता सबूत भी मिले थे। जिसके आधार पर बाराबंकी क्राइम ब्रांच व बड्डूपुर पुलिस ने मृतक संजय वर्मा की पत्नी नेहा वर्मा, बादशाह आलम व मोहित को संजय वर्मा की हत्या में शामिल होने की आशंका पर गिरफ्तार कर पूछताछ में सामने आया कि क़रीब पाँच वर्ष पूर्व नेहा वर्मा की शादी संजय वर्मा से हुई थी। शादी के बाद से ही नेहा वर्मा की नज़दीकियाँ गाँव निवासी बादशाह आलम से बढ़ गईं थी। नेहा ने अपने प्रेमी बादशाह आलम के साथ मिलकर संजय को अपने रास्ते से हटाने के लिये संजय की हत्या की साजिश रची। संजय की हत्या को अंजाम देने में बादशाह आलम ने अपने दोस्त मोहित व रवि शामिल किया था। नेहा वर्मा ने संजय अपने पति संजय वर्मा की हत्या करने के लिए अपने प्रेमी बादशाह आलम व उसके दोस्त मोहित व रवि को एक लाख रुपये का लालच दिया था। इसके बाद बादशाह आलम अपने दोस्त मोहित व रवि के साथ संजय वर्मा को बहाने से बिसवां के पुरैनी पुल पर लेकर पहुँचे और वहीं चाकू से संजय का गला रेत कर हत्या करने के बाद हत्यारों ने संजय के शव को पुरैनी पुल के पास नहर में फेंक दिया। किसी को शक न हो इसलिए नेहा वर्मा ने अपने मृतक की थाना मानपुर में गुमशुदगी दर्ज करा दी, लेकिन बड्डूपुर पुलिस को मिली एक कॉल रिकॉर्डिंग ने संजय वर्मा के हत्याकाण्ड का पर्दाफाश कर दिया। अब सीतापुर क्राइम ब्रांच सीतापुर फरार हत्यारोपी रवि की तलाश कर रही है।
प्रेम दिवानी पत्नी ने कराई पति की हत्या