जी०एस०टी० उपायुक्त ने की आत्महत्या

नोएडा जी०एस०टी० विभाग में तैनात उपायुक्त संजय सिंह ने सोमवार की सुबह बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार उपायुक्त संजय सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के निवासी थे। वर्तमान में संजय सिंह गाजियाबाद में जी०एस०टी० में उपायुक्त के पद पर तैनात थे। वह पिछले क़रीब छह वर्षों से नोएडा के सेक्टर-75 में स्थित एपेक्स एथेना सोसायटी में अपने परिवार के साथ निवास कर रहे थे। परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। बड़ा बेटा गुरुग्राम में नौकरी करता है, जब कि छोटा बेटा ग्रेनो के विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रहा है। सोमवार की सुबह उपायुक्त संजय सिंह अपनी पत्नी के साथ घर पर अकेले थे, उन्हें ऑफिस जाना था लेकिन क़रीब 11 बजे उन्होंने बिल्डिंग से कूद गये। उन्हें उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने सी०सी०टी०वी० कैमरे के फुटेज की जाँच की। हालांकि पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन सूत्रों के अनुसार संजय सिंह कैंसर से पीड़ित थे, और काफी समय से वह अवसाद में थे। इस मामले में संजय सिंह की पत्नी अपर्णा का कहा कि उनके पति ने कैंसर को मात दे दी थी, इसलिए इस घटना का कारण कैंसर नहीं हो सकता है। उन्होंने विभाग की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी मौत के पीछे विभाग में काम को लेकर दिया जा रहा मानसिक दबाव है। उन्होंने कहा कि उनके पति एक मजबूत व्यक्ति थे। यह घटना सामान्य घटना नहीं है, विभाग के लोग इसे अच्छे तरीके से समझ सकते हैं। वहीं संजय सिंह के चचेरे भाई धनंजय सिंह का कहना है, कि कुछ दिनों पहले संजय सिंह को विभाग में अतिरिक्त चार्ज मिला था। जिसके बाद से वह लगातार परेशान चल रहे थे। परिजनों ने कहा कि सोमवार सुबह संजय सिंह ने अपने बॉस से सेक्टर-2 का अतिरिक्त चार्ज हटाने का निवेदन भी किया था, लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया। उपायुक्त संजय सिंह की आत्महत्या के मामले में संजय सिंह के परिजनों ने कैंसर की वजह से आत्महत्या किये जाने के पुलिस दावे को खारिज कर दिया है। उपायुक्त संजय सिंह के सहकर्मी जी०एस०टी० एडिशनल कमिश्नर एम०पी० सिंह ने बताया कि संजय सिंह गाजियाबाद के सेक्टर-2 के राजेन्द्र नगर, ट्रांस हिंडन इलाके में तैनात थे और वह सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन मामलों को संभाल रहे थे।